इलाज के नाम पर भरते है कोरोना का डर प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर
*इलाज के नाम पर भरते है कोरोना का  डर प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर*
इलाज से पहले कोरोना वायरस का डर भरते है प्रायवेट और सरकारी डॉक्टर फिर इलाज के लिये कहते क्या कोरोना इतना भयानक डर भरने से मरिजो को तो  इनके पास कोई लाभ ही समझ नही आता  आज आम जनता का हाल बेहाल हो रहा है जब जब लॉकडाउन लगा तब तब इन सेवा कर्मचारीयो ने अपनी मनमानी करने से वही चुकते  इस कोरोना काल मे जनता जाये तो कहॉ जाये जहॉ समझाईस हौसला और ईलाज कि जरुरत है वहॉ पर नामी डॉक्टर जो कि सरकार के सरकारी हॉस्पिटलो मे मात्र 2या चार घंटे सेवा देते है घोडाडोंगरी ,पाताखेडा wcl ,mpeb सारणी ,पाथाखेडा नगर पालिका इन सभी हॉस्पिटलो मे जमकर लापरवाही बरत रहे है डॉक्टर एवं नर्स जब इनके आने की राह तकने पर जब डॉक्टर साहब हॉस्पिटल पहुँचते है तब इलाज तो दुर पहले कहते है कि कोरोना वायरस का कथित रुप से वर्णन करके कहते है मरिज को बिना चेकप के पहले सेंपल  दे दो  कहते है फिर जब सेम्पल देखने के बाद इलाज करेंगे   ये कहना सारे गवर्मेंट  के हॉस्पिटल के डॉक्टरो का  सभी जगह यही हो रहा है इनकी वजह से दहसत का माहौल बना हुआ है लोग हॉस्पिटल जाने से घबराने लगे है ज्यादा बिमार पडने पर भी लोग सरकारी हॉस्पिटल इनके पास नही जा पा रहे है  ये सरकारी हॉस्पिटल क्या बिमारीयो से डराने के लिये बनाया की हर संभव इलाज के लिये इन डॉक्टरो कि लापरवाही की वजह से गरीब लोग अपनी कभी कभी सरी जमा पुंजी भी प्राईवेट हॉस्पिटलो मे खर्चा करके खाली हाथ हो जाते है क्या हमारी सरकार ने सरकारी हॉस्पिटल और हॉस्पिटल मे स्टाफ को कोई कमी कि है क्या जैसे वेतन न मिलना सरकारी आवास बिजली पानी ये सभी है तो फिर क्यो  देश की 80 प्रतिसत लोगो का इलाज सरकारी हॉस्पिटलो मे नही होता अगर नही हो सकता हो तो इनको भी प्रयवेट करके इनका संचालन किसी और के हाथो मे सौप देना हि उचीत होगा और नही तो सरकार इन हॉस्पिटलो से जुडे सभी लोगो को नियम से इमानदारी से और अपनी जुम्मेदारी से काम करने की कहे  सरकार से अपिल की इन पर नकेल कसी जाये और अपनी जुम्मेदारी को अभास करया जावे  
 जय हिंद जय भारत