होशंगाबाद:- (योगेश सिंह राजपूत ) - बेड के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने प्रशासन सारी कमियों को दूर करने में लगा है। अस्पताल में नसिर्ग स्टाफ की कमी और समय पर वार्डो में मरीजों के बीच नहीं पहुंचने की सामने आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेना चाहिए। जिले में लगभग आधा दर्जन नर्सिग काॅलेज संचालित हो रहे है जिनमें लगभग 2000 नर्से प्रतिवर्ष टेªनिंग लेती है। अगर इस महामारी में उक्त प्रशिक्षु नर्सिग स्टाफ से सेवा क्यो नही ली जा रही है सोचने का विषय है आखिर वह भी तो मानव सेवा और समाज सेवा के लिए टेªड हो रही है जिन लोगो की जाॅब नही लगी है उन्हे भी काल करके बुलाया जा सकता है। जिसके चलते हाॅस्पिटलो में नर्सिग की कमी और पलग भी बढ सकते है। जिले में संचालित शासकीय और अशासकीय नसिर्ग कालेज के विद्यार्थी भी अब कोविड अस्पताल में ड्यूटी कराने मंे कोई बढी बात नही होगी। कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराते हुए कोविड अस्पताल में इनकी सेवाएं चाहिए जिससे मानव को उचित ईलाज मिल सके । इसके लिए तत्काल अस्पताल प्रबंधन को जबाबदारी देना चाहिए । कोविड अस्पताल में लगाएं ताकि वार्डो में स्टाफ नर्स की कमी को दूर की जा सके। ड्यूटी लगाए गए सभी ट्रेनी छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाए तथा अच्छा काम करने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया जाए। ऐसा होने से हाॅस्पिटल में मरीजो को आसानी से इलाज मिल सकता है।
प्रशिक्षु नर्सिंग स्टाफ से क्यो कोविड अस्पताल में सेवाएं नही ली जा रही है