चाइनीज झालर ने छीनी आजीविका-कहाँ से भरें पट्टा राशि
*चाइनीज झालर ने छीनी आजीविका-कहाँ से भरें पट्टा राशि*

मछुवारों ने मुख्य अभियंता को सौंपा ज्ञापन, कहा-  शुल्क माफ करो।

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल

मछली कांटा में निवासरत मछुआरों ने सोमवार को सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के मुख्य अभियन्ता को ज्ञापन सौंप कर पट्टा राशि के रूप में लिए जाने वाले शुल्क माफ करने की मांग की। भाजपा नेता कमलेश सिंह एवं मांझी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मोहन मोरे के नेतृत्व में मछुवारा समिति के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य अभियंता सरज चौहान से मिलकर उन्हें अपनी समस्यायों से अवगत कराया। मछुआरों ने मुख्य अभियन्ता को बताया कि सतपुड़ा जलाशय में मत्स्याखेट करने वाले समितियों से सिविल विभाग द्वारा प्रति वर्ष 70 हजार रुपए की पट्टा राशि चालान के माध्यम से ली जाती है। पिछले दो वर्ष से जलाशय चाइनीज झालर से ढँकी है। मत्स्याखेट नही के बराबर रह गया है। ऐसी विषम परिस्थिति में समितियां यह शुल्क जमा करने में असमर्थ हैं। भाजपा नेता कमलेश सिंह द्वारा मछुआरों की समस्या दूरभाष पर अवगत कराने के बाद मुख्य अभियन्ता स्वयं मछुवारा दल से मिलने छठ घाट पहुचे। मछुआरों ने लिखित ज्ञापन देकर अपनी समस्याएं बताई। मछुवारा समिति के अध्यक्ष राजू दायरे ने कहा कि चाइनीज झालर के कारण हमारी आजीविका पहले ही खत्म हो गई है। ऐसी स्थिति में पट्टा राशि जमा करना सम्भव नही है। मछुआरों ने एक स्वर में पट्टा राशि माफ करने की मांग की। मुख्य अभियन्ता ने काफी देर तक मछुवारों से चर्चा की एवं सिविल अधिकारियों से चर्चा कर निराकरण का आश्वासन दिया। इस अवसर पर राजू दायरे, मंगल अमझरे, दीपक रोशन, दिलीप हलदर, असीम मण्डल सहित मछुवारा समति के अन्य सदस्य मौजूद थे।