एमएम के चिकित्सकों लेप्रोस्कोपी तकनीक से जटिल ऑपरेशन कर 8 वर्षीय बच्ची की जान बचाई।
एमएम के चिकित्सकों लेप्रोस्कोपी तकनीक से जटिल ऑपरेशन कर 8 वर्षीय बच्ची की जान बचाई।

मुलाना:( जयबीर राणा थंबड़)
महर्षि मारकंडेश्वर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल मुलाना के शल्य चिकित्सा के एक दल ने गत दिन आधुनिक लेप्रोस्कोपी तकनीक से जटिल ऑपरेशन कर एक 8 वर्षीय  गंभीर रोगी बच्चे की जान बचाने में सफलता पाई है। जवेरिया नाम की यह बच्ची अब तेजी से स्वास्थ्य लाभ कर रही है ।जिसे लेकर उसके परिवारजनों ने इस चमत्कार के लिए ईश्वर एवं चिकित्सक दल का धन्यवाद कर रहे हैं। हर सुविधा  से सुसज्जित एम. एम. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल ( एम एम एस एच) मुलाना में हर प्रकार की सुविधा की व्यवस्था होती है इसके साथ ही अनुभवी डाक्टरों की टीम द्वारा  जहां हर बीमारी का बेहतर ढंग से इलाज किया जा रहा है वही जटिल आपरेशन कर अनमोल जीवन को बचाने में सफलता हासिल की जा रही है। इसी कड़ी में डॉ. सुभाष चावला और उनकी टीम में डॉ नवीन यादव, डॉ प्रकाश विश्वास, डॉ शिवम शर्मा और डॉ एन पी सिंह की अगुवाई वाली एनेस्थीसिया टीम ने लेप्रोस्कोपी सर्जरी से आठ साल की बच्ची की जान बचाई। सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह से ठीक हो गया और पोस्ट ऑपरेटिव दिन पर मुंह से खुराक लेना शुरू कर दिया है। डॉ. चावला और मिनिमल एक्सेस सर्जरी टीम ने पेट को काटे बिना एक चुनौतीपूर्ण और जटिल सर्जिकल प्रक्रिया लेप्रोस्कोपिक करके सफल आपरेशन  किया। 
8 वर्षीय बच्ची ज़ेवरिया, एम एम एस एच में पिछले 8 दिनों से मल करने में असमर्थता, उल्टी और दर्द पेट की कई शिकायतें लेकर आया था। रोगी की भयानक स्थिति और उसकी कम उम्र विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए चिंता का विषय था। उसे प्रारंभिक उपचार देने और उसे स्थिर करने के बाद; एक्स-रे, अल्ट्रासोनोग्राफी और सीटी स्कैन के साथ गहन मूल्यांकन किया गया था। इस  8 वर्षिय बच्ची की सफल सर्जरी कर यह सिद्ध कर दिया है कि एम. एम. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल मुलाना अपने नाम के अनुरूप जनहित में अहम भूमिका अदा कर रहा। एम. एम. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल मुलाना में विश्व स्तर के स्वास्थ्य उपचार पित्ताशय, पथरी, पित्ताशय के कैंसर, सीबीडी पथरी, पुरुष महिला,बच्चों में हर्निया, एपेंडिक्स,  अगन्याशय और तिल्ली की प्रमुख पैप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं की सर्जरी की जाती है।
फोटो कैप्शन -:बच्ची जेवरिया के साथ
शल्य चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टर