सोहागपुर विधायक निधि से 2 कार्यो के लिए

 सोहागपुर विधायक निधि से 2 कार्यो के लिए


1 लाख 48 हजार 934 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी

होशंगाबाद, विधायक सोहागपुर श्री विजयपाल सिंह की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री धनंजय सिंह द्वारा विधायक निधि से 2 कार्य के लिए 1 लाख 48 हजार 934 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।  जिला योजना एवं सांख्यिकीय कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बीकौरी के ग्राम पनवासा में खेड़ापति मंदिर के पास सार्वजनिक चबूतरा निर्माण के लिए 50 हजार रूपए एवं होशंगाबाद नगर के वार्ड 30 में नीलेश पवार के प्लाट के सामने से जमनालाल के मकान की ओर सार्वजनिक नाली निर्माण के लिए 98 हजार 934 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।

पिपरिया विधायक निधि से 8 कार्यो के लिए

35 लाख 73 हजार 478 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी

होशंगाबाद, विधायक पिपरिया श्री ठाकुरदास नागवंशी की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री धनंजय सिंह द्वारा विधायक निधि से 8 कार्य के लिए 35 लाख 73 हजार 478 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।  जिला योजना एवं सांख्यिकीय कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बनवारी में नदी के पास पीपल के पेड़ की नीचे सार्वजनिक चबूतरा निर्माण के लिए 50 हजार रूपएग्राम पंचायत महुआखेड़ा के आश्रित ग्राम नदीपुरा के नजरखेड़ा में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 7 लाख रूपएग्राम पंचायत नयागांव के आदिवासी कॉलोनी में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपएग्राम पंचायत मछेराकलां में लवकुश मंदिर से रामगोपाल कुशवाह के घर की ओर सीसी रोड निर्माण के लिए 6 लाख रूपएग्राम पंचायत कलंगवा के ग्राम बाम्हनवाड़ा में मंदिर के पास निर्मित चबूतरे पर शेड निर्माण के लिए 60 हजार रूपएग्राम पंचायत भैरोपुर में स्कूल के सामने यात्री प्रतीक्षलय सोलर लाईट के लिए 2 लाख 61 हजार 739 रूपए ग्राम पंचायत ठूठादहलवाड़ा में पंचायत भवन के सामने यात्री प्रतीक्षलय सोलर लाईट के लिए 2 लाख 61 हजार 739 रूपए एवं ग्राम पंचायत बीजनवाड़ा में आदर्श कालोनी से कतिया समाज भवन होते हुए धीरेन्द्र शुक्ला के मकान की 290 मीटर सीसी रोड व नाली निर्माण के लिए कुल 64 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है जिसमें विधायक निधि की 5 लाख 50 हजार रूपए एवं मनरेगा की 90 हजार रूपए की राशि शामिल है।


कृषि विभाग द्वारा किसानो के लिए जारी की समसामयिक सलाह

होशंगाबाद, जिले के किसानो को कृषि विभाग द्वारा समसामयिक सलाह जारी की गई है। किसानो से कहा गया है कि वे गेहूं फसल पकते ही अर्थात जब पत्तियां और तना पीला व सूखा दिखाई देने लगेसाथ ही दाना कड़ा हो जाए व दाने में नमी लगभग 20 से 25 प्रतिशत होकटाई करेकटाई के उपरांत गेहूं को बण्डल बनाकर 3 से 4 दिन तक धूप में सुखाकर गहाई/थ्रेसिंग करे। इसी तरह से चना फसल की पत्तियां तथा तना सूख जाएव दाने में नाखुन गड़ाने पर न गड़ेतब फसल की कटाई करे तथा कटाई उपरांत 1 से 2 दिन धूप में सुखाकर फसल की गहाई करे। मटर फसल में जब ऊपरी पत्तियां हल्की पीली होने लगे तो फसल की कटाई करे। मसूर की फसल पकने की अवस्था में जब ऊपरी पत्तियां सूख जाए और फलियां हल्की पीली हो जाए तब कटाई करे अधिक परिपक्वता होने पर फलियां गिरने व चटकने लगती है। चनामसूरमटर फसल का भंडारण करने के पूर्व फसल के दानों से कटेहरे और निम्न आकार के दानो को अलग कर लेना चाहिए व दानो में 10 प्रतिशत से अधिक नमी न होजिससे भंडार कीटों से सुरक्षा मिलती है। भंडारण के दौरान दानो को अधिक नमी से बचाना चाहिए। गन्ने की बसंत कालीन फसल बुवाई करेक्षेत्र विशेष के अनुसार उचित किस्म का चयन करे व बुवाई से पूर्व गन्ने के टुकड़ो को कार्वेन्डाजिम 1 किलोग्राम प्रति लीटर पानी के घोल में डुबाकर उपचारित करेंग्रीष्मकालीन अवस्था में तापमान के अनुसार फसल को 10 से 15 दिन के अंतराल पर उपलब्धता के अनुसार सिंचाई करेजब गन्ने की फसल बोये तो उसमें अन्तर्वर्ती फसल के रूप में बसंत/गीष्मकालीन मूंगउर्द की बुवाई कर सकते हैं। इसी तरह से सरसों फसल की 75 प्रतिशत फलियां सुनहरे रंग की हो जाए तो फसल की कटाई एवं मड़ाई करके दाने अलग कर लेना चाहिए। देरे से कटाई करने पर दानो के झड़ने की आशंका रहती है। जिन किसान भाईयों ने मूंग व उड़द की बुवाई नही की है वह शीघ्र बुवाई करे। 20 से 25 किलोग्राम बीजप्रति हेक्टर पर्याप्त होता है एवं पंक्तियों से पंक्तियों की दूरी 30 सेंटीमीटर होना चाहिए। बुवाई पूर्व बीजोपचार 2 ग्राम थायरम व 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से जरूर करें। इसके उपरांत राइजोबियम व पीएसबी कल्चर से उपचार करे। मूंग व उड़द में पीला मोजेक रोग निरोधक जातियों मूंग पीडीएम-139विराट आईपीएम 205-07शिखा आईपीएम 410-03 व उड़द पंत उर्द-31 का उपयोग करे। किसानो से कहा गया है कि वे गहाई की मशीन व गहाई के स्थान को गहाई से पहले साफ करे जिससे किसी प्रकार का मिश्रण गहाई में शामिल न हो सके। फसल गहाई के उपरांत उत्पाद को उचित नमी तक धूप में सुखायें तत्पश्चात भंडारगृह को साफ करके उसमें फसल का भंडारण करें।

      उप संचालक कृषि जितेन्द्र सिंह ने वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियोंबीटीएम/एटीएम आदि को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत कृषक भाईयों से संपर्क करे और उन्हें समयानुकूल सलाह देना सुनिश्चित करें।