क्रांति दल ने तपोवन आपदा में मारे गए लोगों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की।
चमोली उत्तराखंड क्रांति दल ने  तपोवन आपदा में मारे गए लोगों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की।                       उत्तराखंड क्रान्ति दल उक्रांद युवाप्रकोष्ठ राजेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में चमोली के आपदा ग्रस्त क्षेत्र तपोवन, रेड़ी, पैंग गांव में दौरा किया।                           
  रिपोर्ट केशर सिंह नेगी
उन्होंने कहा कि हमारे पहाड़ी क्षेत्रों में जिस प्रकार से बाहरी राज्यों के धन कुबेरों द्वारा पावर प्रोजेक्ट लागए जा रहे हैं, इससे पहाड़ो का विकास न हो कर विनाश हो रहा है,
रेड़ी गाँव जो पर्यावरण को बचाने के लिए चिपको आंदोलन का नेतृत्व करने वाली गौरा देवी की कर्मभूमि है, उन्होंने वन संपदा को बचाने के लिए तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार को खदेड़ कर दुनिया को बताया कि सर्वप्रथम हमें अपने जल जमीन को बचाना होगा,  इन्हीं से हम पहाड़ी जनमानस का अस्तित्व है आज जिस प्रकार से पहाड़ के जल जंगल जमीन को राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा अपने निजी लाभ के लिए बाहरी पूंजीपतियों को बेचा जा रहा है, यह पहाड़ के लिए खतरे के संकेत है,  रैणी गांव में क्षेत्र पंचायत पुष्कर सिंह राणा से मुलाकात कर यह भी पता चला कि वहां पर कार्यरत हाइड्रो पावर कंपनी के द्वारा आपदा में मारे गए लोगों की कोई सुध नहीं ली गई, राजेन्द्र बिष्ट ने कहा कि इस प्रकार के पावर प्रोजेक्ट पहाड़ के लिए खतरा है, दूसरी ओर प्रशासन के द्वारा भी घटना के शिकार हुए लोगों की  संख्या भी कम बताई जा रही है, जबकि गांव के लोगों के द्वारा मारे गए लोगों की संख्या अधिक बताई जा रही है, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृत परिवार के परिजनों को 25 लाख मुआवजा देने की अविलंब घोषणा करे, ताकि उनके लोग अपना जीवन यापन कर सके, कंपनी मे कार्यरत सभी लोगों की भी संख्या भी कंपनी में लगे ठेकेदारों द्वारा दी जाए, ताकि उनके परिवारों को भी मुआवजा मिल सके, इस अवसर पर जिला चमोली से बची राम उनियाल द्वारा भी सभी गांव के लोगों से मुलाकात की गई है, एवं पहाड़ के अस्तित्व को बचाने का आह्वान किया गया, इस अवसर पर जिला कार्यकारी अध्यक्ष चमोली विक्रम सिंह रावत, कोषाध्यक्ष भगत सिंह कुँवर, ब्लॉक अध्यक्ष दशोली दीपक रावत, युवा उक्रांद के संजय जोशी, धीरज रोतेला आदि मौजूद रहे,