चमोली उत्तराखंड प्रभारी प्रधानाचार्य को वेतन आहरित करने का अधिकार देने की मांग
चमोली उत्तराखंड प्रभारी प्रधानाचार्य को वेतन आहरित करने का अधिकार देने की मांग

 रिपोर्ट।   केशर सिंह नेगी

 राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष रमेश देवराडी ने प्रभारी प्रधानाचार्य( वरिष्ठ अध्यापकों) को विद्यालयों में वेतन आहरित करने की मांग की है। रमेश देवराड़ी  ने बताया कि इस संबंध में शीघ्र ही राजकीय शिक्षक संघ के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल प्रदेश के शिक्षा मंत्री से भेंट कर उनसे प्रभारी प्रधानाचार्य को वित्तीय अधिकार एवं वेतन आहरित करने की का अधिकार की मांग करेगा। उनका कहना है कि यदि शिक्षक संघ की यह मांग मान ली जाती है तो विद्यालयों में आने वाली विसंगतियां समाप्त हो जाएंगी और और शैक्षिक गतिविधियों एवं पठन-पाठन एवं विभागीय सूचनाओं के आदान-प्रदान में और तेजी आएगी।
       शनिवार को राजकीय शिक्षक संघ चमोली के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष रमेश जी देवराडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रभारी प्रधानाचार्य को वेतन हरित करने का अधिकार दिया जाना चाहिए । प्रेस विज्ञप्ति मे उनके द्वारा कहा गया है कि प्रदेश में आज अधिकांश विद्यालयो मे प्रधानाचार्य नही है। विद्यालय की संपूर्ण गतिविधियां शैक्षणिक, पठन-पाठन संबंधी या विभागीय सूचनाओं से संबंधित सभी कार्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य कर रहे हैं, जिन्हें वरिष्ठ अध्यापक भी कहा जाता है। सभी गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित हो रही है। पूरे प्रदेश में आज तक प्रभारी प्रधानाचार्य के कार्यों को लेकर किसी भी प्रकार की कोई भी संगति नहीं हुई है। यहां तक कि प्रभारी प्रधानाचार्य अपने विषय को लेकर विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य भी कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार को एक व्यक्ति के दो पद पर कार्य करने से बेहतर परिणाम भी मिल रहे हैं। मात्र वेतन  आहरित करने का अधिकार प्रभारी प्रधानाचार्य को नहीं दिया गया है । जिस कारण कई तरह की विसंगतियां उत्पन्न हो रही हैं। एवं विद्यालय के कामकाज पर भी प्रभाव पड़ा है । उन्होंने कहा कि प्रभारी प्रधानाचार्य को वेतन आहरित करने के अधिकार की मांग को लेकर राजकीय शिक्षक संघ का एक शिष्टमंडल प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से भेंट कर उनसे अधिकार की मांग करेगा।