स्वामी विवेकानंद जंयती पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न
देर शाम तक कवियों ने बांधा समां, श्रोता हुए भाव विभोर
होशंगाबाद। स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के अवसर पर नर्मदा आव्हान सेवा समिति होशंगाबाद व्दारा एन.ई.एस.कालेज मे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एंव सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पं. भवानी शंकर शर्मा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एंव डाँ. विनोद निगम की अध्यक्षता में अनूठा आयोजन नवोदित विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन देर शाम तक जारी रहा। देश के विभिन्न अंचलों से आए कवियों ने सैकड़ों श्रोताओं को अपनी कविता, गीत, गलज हास्य, व्यंग्य की रचनाओं से भाव विभोर कर दिया।
मुख्य अतिथि पं.भवानीशंकर शर्मा ने कहा कि कवियों-लेखकों के माध्यम से हमारे देश में जागरूकता में तेजी आई है। ने कार्यक्रम संयोजक केप्टन करैया को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए। उन्होंने कवि सम्मेलन की सफलता की कामना की।अध्यक्षता कर रहे डाँ. विनोद निगम ने कहा कि दर्द जब इंतिहा से सहता है तब एक गीत कहता हूँ।आपने अपने उद्ववोधन मे पं.भवानी प्रसाद मिश्रा जी भी उल्लेख किया।जीवन से जीवंत रुप से जुड़े रहने से ही कविता का सृजन हो जाता है।
अतिथि एवं कवियों का स्वागत श्रीमती निर्मला राम,केप्टन करैया,हंस राय,डां.ज्योत्सना खरे,मनोज दुबे नजर होशंगाबादी ने फूल-मालाओं से किया। मां सरस्वती की पूजा अर्चना से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। सरस्वती वंदन पिपरिया से आई रक्षा पुरोहित ने गाकर सम्मेलन का प्रारंभ किया।
व्दितीय सत्र मे समाजसेवी डाँ. अतुल सेठा, जगदीश वाजपेयी, निर्मला हंसराय,केप्टिन करैया, दिनेश तिवारी ने आंमत्रित कवियों का फूलमालाओं,स्मृति चिन्ह,, सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर होशंगाबाद नगर मे उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं जय हो संस्था, मेकलसुता स्वसहायता समूह, एक पहल संस्था को अतिथियों ने सम्मानित किया गया।
कवि सम्मेलन का संचालन रक्षा पुरोहित ने किया सर्वप्रथम रतलाम से आये युवा कवि दर्शन लोहार ने लोह पुरुष सरदार जी कहानी याद आती है,विश्व गुरु विवेकानंद जी जवानी याद आती है,जो दुश्मन को घोडे के समेत चीर देता है,उन महाराणा को तुल्जा भवानी याद आती है।कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान करते हुए दतिया से आइ कवियत्री कु.नेहा सोनी ने "तुम मिलो न मिलो राह तकते है हम,बह तेरे नाम की माला जपते है हम,इक तुझे भी तो जरूरी नही, तुम करो न करो प्यार करते है हम"। मंदसौर से आये यशवंत पाटीदार ने"नही डरता है हिंदुस्तान नही डरता ...,पाक की छाती पर पग रख कर ले लेंगे हम "पर खूब भारत माता की जयघोष के नारे लगे। प्रमोद रघुवंशी ने "मंगल नामम है मंगल काम है,कोटिल काम सेभी है सुंदर प्रस्तुत की, जिसको श्रोताओं ने खूब सराहा। सुनील भिलाला ने ‘‘मेरे देश की युवा पीढ़ी पाश्चात संस्कृति अपनाएं- क्या होगा अब युवाओं का ने खूब वाहवाही लूटी। बहुत गुदगुदाया।गया बिहार से आये संदीप मोहन ने कहा की देशप्रेम की रचना प्रस्तुत की। उज्जैन की भावना पटकार मै घायल बेटी के दिल की धडकन गाने निकली हूँ।पर खूब ताली बटोरी।देवास की आरती अक्षय गोस्वामी ओर मुम्बई से आई वैष्णवी पारसे की रचनाओ पर श्रोताओं ने खूब ताली बजाई। मनोज परसाई, देवश बैरागी, रमेश शर्मा,सौरभ सूर्य सहित अनेक युवा कवियों ने देर शाम तक श्रोताओं को खूब गुदगुदाय एवं लोट पोट करते हुए बांधे रखा।
कार्यक्रम का संचालन संजय गार्गव ओर आभार् प्रदर्शन हंस राय ने किया।