मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने महमहिम राज्यपाल महोदया को पत्र लिखकर
मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने महमहिम राज्यपाल महोदया को पत्र लिखकर बताया है कि मध्य प्रदेश की सरकार अपनी लय और ताल खो चुकी है। नीतिगत फैसलों की घोषणाएं बिना कैबिनेट में जाये हो रही हैं ।जिस मंत्री के मुंह में जो आ रहा है उसकी घोषणा की जा रही ।
गुप्ता ने महामहिम से अपेक्षा की है कि मध्य प्रदेश के प्रशासन और शासन को अनुशासित करने हेतु निर्देशित करे ताकि वे ऐसी नीतिगत घोषणाएं ना करें जिन्हें उन्हें तत्काल वापस लेना पड़े।
 गुप्ता ने स्मरण कराया कि मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री ने प्रदेश में मांस की दुकानें बंद करने की घोषणा कर दी यह नीतिगत फैसला है किंतु आधे घंटे बाद ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा इस फैसले को रद्द करने की घोषणा कर दी गई। और मुख्यमंत्री को पता ही नहीं। इसी तरह निरंतर कृषि मंत्री मंडियों में कभी पेट्रोल पंप चालू करने की घोषणा करते हैं तो कभी किसान क्लीनिक बनाने की घोषणा कर देते हैं जबकि मध्य प्रदेश के 12 सौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 600 में डॉक्टर ही नहीं है,लगभग 2000 चिकित्सकों के पद खाली पड़े हैं। कृषि मंत्री ने किसानों को आधे दाम पर दवायें देने की घोषणा भी कर दी जबकि सरदार पटैल स्वाथ्य योजना में सरकार मुफ्त दवा वितरण की घोषणा कर चुकी है।सरकार की मंत्रिपरिषद की एक सदस्या द्वारा अवैध खनन करने वालों को छुड़ाने के मामले में ईमानदार वन कर्मचारी  को वन मंत्री ही अतिउत्साही लाल घोषित करके ईमानदार कर्मचारियों को हतोत्साहित कर रहे हैं।
पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने ढिंढोरा पीटकर प्रचारित किया कि जयप्रकाश नारायण अस्पताल में सुरक्षा कर्मी हरिदेव यादव पहला वैक्सीन लगवाएंगे उनकी तस्वीरें अखबार में छपीं और कहा गया कि प्रधानमंत्रीजी उससे बात करेंगे ।किंतु ऐन मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने ऐसा मंत्र घुमाया कि मुख्यमंत्री जी ने सबसे पहले हमीदिया अस्पताल में वैक्सीनेशन शुरू करवा दिया। सुरक्षा कर्मी हरदेव यादव 2 घंटे तक उदास जयप्रकाश अस्पताल में बैठा रहा । मंत्रियों के बीच ऐसी अनुचित प्रतिस्पर्धा के कारण आपकी सरकार की छवि धूमिल हो रही है।मध्य प्रदेश की सरकार  एक ऐसी ऑक्टोपस बॉडी हो गई है जिसका हर हाथ अलग-अलग दिशा में झपट्टा मार रहा है । प्रदेश की जनता उसकी कीमत चुका रही है।
 गुप्ता ने कहा कि जब पूरे प्रदेश में नकली शराब के जमीन में दफन जखीरे पकड़े जा रहे हैं तब आबकारी मंत्री आबकारी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की बजाय घर-घर ऑनलाइन शराब भेजने की नीति की मीडिया में चर्चा कर रहे हैं। 
सरकार में क्षेत्रीय सामाजिक असंतुलन से प्रदेश के भौगोलिक विभाजन की मांग सत्तादल के ही विधायक उठाने लगे हैं।
किसी उत्तरदायी सरकार के लिये यह अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा है ।जनता के घावों पर मरहम लगाने के बजाय तेजाब छिड़कने जैसा है? मुझे विश्वास है कि आप भी ऐसी स्वेच्छाचारिता को अनुचित मानतीं होंगीं । 
 गुप्ता ने यह भी कहा कि सरकार की इस आ़ंतरिक खींचतान से मध्यप्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण बन रहा है भारतीय जनता पार्टी के नेता मध्य प्रदेश के विभाजन की चर्चा करने लगे हैं।
इन परिस्थितियों में सरकार की और प्रदेश की मुखिया होने के नाते सरकार से जवाब तलब कर राजनैतिक स्थैर्य के वातावरण को बनाने में आपके निर्देश महत्वपूर्ण हो सकते हैं। गुप्ता ने अपेक्षा की है कि महामहिम राज्यपाल महोदय इन परिस्थितियों पर विचार कर सरकार को अनुशासित रहने के लिए मार्गदर्शन करेंगीं।

राजेंद्र पुरी की रिपोर्ट न्यूज़ एसीपी इंडिया से