विधायक ने सीएम से कहा- जनजातीय समाज के भगत भुमकाओं का जारी हो पहचान पत्र।
बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे ने बुधवार को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। विधायक ने मुख्यमंत्री से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। विधायक श्री पंडाग्रे ने सीएम के समक्ष यह मांग रखी कि पुजारियों की भांति जनजातीय समाज के भगत भुमकाओं को भी सरकारी मान्यता प्रदान कर उन्हें पहचान पत्र जारी किया जाए। विधायक ने सीएम से कहा कि बैतूल जिले में गोंड एवं कोरकू समाज की बड़ी आबादी निवासरत है। इस समाज के भगत भुमकाओं का आम जनता में काफी प्रभाव रहता है। यदि इन्हें पुजारियों की तरह मान्यता एवं पहचान मिल जाए तो कई राष्ट्रीय कार्यक्रमो और अभियानों में इनका सहयोग सरकार को प्राप्त हो सकता है। सीएम से चर्चा के दौरान विधायक पंडाग्रे ने जिले के किसानों और छात्र छात्रओं के मुद्दों को उठाया। विधायक ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कांग्रेस सरकार में निजी राजनीतिक स्वार्थ के कारण छिंदवाड़ा में यूनिवर्सिटी प्रारंभ कर बैतूल जिले के महाविद्यालयों को छिंदवाड़ा से सम्बद्ध कर दिया गया है। बैतूल के छात्रों को इस वजह से अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों से अधिक शुल्क वसूला जा रहा है। खासकर जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। विधायक ने सीएम से बैतूल जिले के सभी महाविद्यालयों को पूर्व की तरह बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध करने की मांग की। विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को यह भी अवगत कराया कि आमला विधानसभा के कई हिस्सों में लोवोल्टेज की समस्या है। लो वोल्टेज के कारण किसानों के कृषि यंत्र खराब हो रहे हैं। विधायक ने सीएम से क्षेत्र के लिए 50 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर प्रदान करने का अनुरोध किया। इसी प्रकार किसानों के विद्युत ट्रांसफार्मर हेतु मुख्यमंत्री कृषि अनुदान योजना फिर से प्रारंभ करने की मांग की। विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि कृषि अनुदान योजना से किसानों को काफी सहूलियत मिलती थी। कांग्रेस सरकार ने इस योजना को 2019 में बंद कर दिया था। सीएम ने विधायक को सभी समस्यायों के निराकरण के लिए आश्वस्त किया।