ग्राम फुलवरिया में सिलाई मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण हुआ प्रारंभ।
बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
ग्राम फुलवरिया के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बैतूल के 4 स्वसहायता समूह की 30 महिलाओं की सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम सिलाई मशीन ऑपरेटर का शुभारंभ ग्राम भारती महिला मंडल के द्वारा नाबार्ड बैतूल के सहयोग से 15 दिसंबर को आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खालिद अंसारी मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड बैतूल कार्यक्रम के विशेष अतिथि सतीश पवार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बैतूल कार्यक्रम अधिकारी वागदरे, यूनियन बैंक के मैनेजर चोपडना के साथी इंडिया फास्ट इंश्योरेंस एवं ग्रामीण आजीविका मिशन विकास खंड समन्वयक दिलीप भाटिया तथा संदीप गुप्ता, ग्राम संगठन के अध्यक्ष कल्पना राय संस्था की अध्यक्ष भारती अग्रवाल की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खालिद अंसारी ने महिला सशक्तिकरण के लिए जो आज विभिन्न प्रकार के बैग बनाने की शुरुआत है। महिलाओं द्वारा फैंसी आइटम मछली पालन नर्सरी, पार्लर, आंवले की टेस्टी बनाने का कार्य समूह की महिलाओं किए जाने की इच्छा जाहिर की। संस्था प्रमुख भारती अग्रवाल की कार्य के प्रति प्रबल इच्छाशक्ति की अत्यधिक प्रशंसा की। अग्रवाल के कारण नाबार्ड के सहयोग से यह कार्यक्रम इतनी जल्दी होगा। कार्यक्रम के विशेष अतिथि सतीश पवार ने आजीविका मिशन के स्वसहायता समूह की दीदी जो मेरे मिशन की है यही हमारा एक परिवार है। बैग सिलाई के बाद किस प्रकार मार्केट देंगे महिलाओं को समझाया। स्वसहायता समूह यदि अपने लेन-देन कागजी कार्यवाही ठीक से करें तो आपकी आजीविका मिशन बैंक एवं नाबार्ड आपके सहयोग के लिए हैं। आपकी लगन मेहनत तथा कार्य के प्रति इच्छा होनी चाहिए। अनेक कार्यों है जिसकी जानकारी दी गई। यूनियन बैंक मैनेजर वागदरे ने बैंक से लोन प्रक्रिया की जानकारी दी तथा समय पर अदाएगी पर लोन देने में बैंक को कोई दिक्कत नहीं है। प्रशिक्षण अंकित बुनकर ने विभिन्न प्रकार के बैंग की कीमत सिलाई तथा कैसे मार्केट देंगे इसके बारे में जानकारी दी। विकासखंड समन्वयक दिलीप हाथिया द्वारा ग्राम संगठन मजबूत बनाने के लिए जानकारी दी। मसाला, पोहा, मुरमुरे को यूनिट संबंधी जानकारी चर्चा की गई। ग्राम संगठन के अध्यक्ष कल्पना राय ने अपने उद्बोधन में संस्था एवं संस्था से प्रदीप विश्वास के द्वारा हमारे समूह जीवित हुए जानकारी दी गई। 30 महिलाओं को उपस्थित अतिथियों के द्वारा सिलाई के संपूर्ण आवश्यक सामग्री दी गई थी। 750 रुपए छात्रवृत्ति के रूप में दिया जाए। यह कोर्स 21 दिन का है जो 12 बजे से शाम 4 बजे तक प्रशिक्षण का समय रहेगा। प्रशिक्षण का लाभ उठाना महिलाओं का काम है यह जानकारी संस्था प्रमुख ने दी। मुख्य अतिथि एवं समूह की सदस्य झरना वेद्य द्वारा रिबन काटकर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण द्वारा डेमो बैग सील कर दिखाया गया। कार्यक्रम का संचालन कांता पवार कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदर्शन प्रदीप विश्वास द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में संस्था द्वारा नंदा सोनी, हितकला, शबनम शेख, ज्योति बागड़े, उज्जवला नागवंशी, कुमारी आरजू अंसारी, पल्लवी पोटफोड़े, राजू रावत, लीलाधर दवंडे, अविनाश, धनराज गंगारे, रवि बिहारे का सहयोग रहा।