दुर्मिताल को पुनर्जीवित कर निजमुलाघाटी को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप मे विकसित किया जाएगा। डीएम स्वाति भदौरिया
केशर सिंह नेगी की रिपोर्ट
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने वृहस्पतिवार को निजमुला घाटी के दुर्मी-गौणा क्षेत्र का भ्रमण कर यहाॅ पर संचालित हो रहे 10 दिवसीय एडवेंचर फाउंडेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम सहित विभिन्न विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। निजमुला घाटी में दुर्मीताल को पुर्नजीवित करने के साथ ही क्षेत्र को एक बडे टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने दुर्मी में संचालित 10 दिवसीय एडवेंचर फाउंडेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम में साहसिक पर्यटन गतिविधियों में प्रतिभाग कर रहे सभी प्रशिक्षणार्थियों का मनोबल बढाते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले पहले तीन प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क नीम के बेसिक प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को ट्रैकसूट भी वितरित किए। दुर्मी में पर्यटन विभाग के माध्यम से विशेष प्रशिक्षकों द्वारा क्षेत्र के 43 युवाओं को राॅक क्लामिंग, रैपलिंग, रिवर क्रासिंग, वर्माब्रीज, टैरोलिन ट्रेवलर्स, जिप लाईन, कैपिंग आदि साहसिक गतिविधियों के प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में क्षेत्र के 25 बालक एवं 18 बालिकाएं प्रतिभाग कर रहे है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्मी-गौणा क्षेत्र एडवेंचर के लिए बहुत ही अच्छी जगह है। यहां पर्यटन की आपार सभावनाएं है और दुर्मी-गौणा ताल एक सुन्दर पर्यटन स्थल बनेगा तथा दुर्मी-गौणा ताल के असत्वि में आने से इस क्षेत्र को भरपूर लाभ भी मिलेगा। कहा कि क्षेत्रवासियों के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए मा0 मुख्यमंत्री ने पर्यटन की दृष्टि से दुर्मी क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं के विकास कार्यो का शिलान्यास भी किया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्मीताल को पुर्नजीवित करने से पहले यहाॅ पर स्थायी तौर पर एडवेंचर कैंप का निर्माण किया जा रहा है और इसमें जो बेसिक उपकरण लगने थे वो लगाए जा चुके है। इसमें अभी कैपिंग साइड, व्यूप्वांइट, ट्रैक मार्ग का सौन्दर्यीकरण, म्यूजियम निर्माण आदि साइट डेवलपमेंट के कार्य किए जाने है। ताकि पूरे सालभर यहाॅ पर एडवेंचर गतिविधियों का संचालन किया जा सके।
जिलाधिकारी ने बहुत कम समय में दुर्मी क्षेत्र में एडवेंचर फाउंडेशन गतिविधियों को शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग की सराहना की। कहा कि यहाॅ एडवेंचर कोर्स एक शुरूआत है और इसको आगे स्थायी तौर पर और बेहतर ढंग से संचालित किया जाएगा। ताकि यहाॅ पर पूरे सालभर एडवेंचर गतिविधियां होती रहे और यहाॅ पर लोगों को फायदा मिले। उन्होंने स्थानीय लोगों को इसे और बेहतर बनाने के लिए अपने सुझाव भी देने को कहा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह रावत, ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष मोहन सिंह नेगी आदि स्थानीय जनप्रतिनिधि, क्षेत्रीय जनता सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
वही दूसरी ओर जिलाधिकारी ने राजकीय जूनयिर हाईस्कूल दुर्मी का निरीक्षण भी किया। उन्होंने स्कूल में पठन पाठन के साथ कोविड के सुरक्षा के दृष्टिगत सभी नियमों का पालन करने के निर्देश दिए। यहाॅ पर 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में सवाल पूछते हुए डीमए ने बच्चों के शिक्षण कार्यो की परख भी की। वही क्षेत्र के स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं भी सुनी। स्थानीय लोगों की पेयजल की समस्या पर जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर गांव में हर घर को पानी दिया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने दुर्मी में हैलीपैड एवं पैदल मार्गो का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
बाजपुर में उद्यान विभाग के काश्तकारों द्वारा किए जा रहे गेंदें के फूलों की खेती का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने अन्य लोगों को भी फूलों की खेती से जोड़ने की बात कही। बाजपुर में कुछ काश्तकारों ने अभी गेंदे के फूलों की खेती शुरू की है। जिलाधिकारी ने मुख्य उद्यान अधिकारी को काश्तकारों द्वारा उत्पादित फूलों के विपणन हेतु समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि जनपद में अनसूया मेला, आदिबद्री, बद्रीनाथ धाम सहित सभी धार्मिक स्थलों एवं विशेष समारोह में काश्तकरों के फलों की विपणन हेतु व्यवस्था की जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने काश्तकारों की नहर सुधारीकरण एवं बाढ सुरक्षा की समस्या पर प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा।