पांचवां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 13 नवम्बर को |
- |
कटनी | 12-नवम्बर |
पांचवा राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धन्वन्तरि जयंती के अवसर पर 13 नवम्बर को मनाया जायेगा। इस बार पांचवे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की थीम आयुर्वेद फॉर कोविड-19 पेन्डेमिक रखी गई है और इसी थीम पर आधारित 10 नवम्बर से 13 नवम्बर तक कोविड-19 से बचाव और नियंत्रण के लिये जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिला आयुष अधिकारी डॉ0 आर0के0 सिंह ने बताया कि जनसमुदाय के बीच कोविड-19 से बचाव एवं प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने का संदेश विभिन्न माध्यमों दिया जायेगा। जिनमें पोस्टर, स्लोगन, फ्लैक्स, परिचर्चा एवं गृह भ्रमण के माध्यम से जनजागरुकता लाई जायेगी। कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन के अन्तर्गत गरम पानी का सेवन, काढ़ा सेवन, योगासन, हर्बल पौधरोपण, आरोग्य सेतु, सार्थक एप का डाउनलोड, वॉट्सएप के माध्यम से प्रचार-प्रसार, शपथ पत्र एवं मास्क और सैनीटाईजर प्रयोग एवं परस्पर दो गज की दूरी के विषय में जागरुक किया जायेगा। राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर औषधीय पौधे का तना वितरण, औषधीय पौधों का गमले में प्रदर्शन, पंच वाटिका (पीपल, बरगद, बेल, आंवला, अशोक) वृक्षों का रोपण एवं आयुर्वेदिक औषधिक के पौधों का स्वरसायन बनाने हेतु विधियां बताकर लोगों को आयुर्वेद के प्रति आकर्शित किया जायेगा। कोरोना महामारी के लिये आयुर्वेद पर केन्द्रित होंगी गतिविधियां जिला आयुष अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर कोविड-19 रोग प्रतिरोधात्मक सामान्य और विशिष्ट उपायों के बारे में जनजागरुकता लाई जायेगी राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की इस बार सम्पूर्ण गतिविधियां कोरोना महामारी के लिये आयुर्वेद पर केन्द्रित रहेंगी। कोविड-19 रोग प्रतिरोधक सामान्य उपायों की जानकारी में आयुष अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि मास्क पहनें, सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की परस्पर दूरी रखें। नाक में प्रत्येक नथुनें में प्रतिदिन अणुतेल अथवा तिल या नारियल या घी की बूंद डालें। प्रतिदिन 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना भी जरुरी है। ताजा गर्म भोजन और मध्यम शारीरिक व्यायाम और आयुष काढ़ा दिन में एक बार पियें। रात के समय आधा चम्मच हदी चूर्ण, 150 एमएल गर्म दूध में गोल्डन मिल्क बनाकर पियें। कोरोना रोग प्रतिरोधक विशिष्ट उपायों में अश्वगंधा चूर्ण 1 से 3 ग्राम चूर्ण लगातार 15 दिन तक गर्म पानी से सेवन किया जा सकता है। गुडुची धनवटी या संशमनी वटी, गिलोय धनवटी 500 मिलीग्राम की गोली दिन में दो बार लें। ठण्ड के मौसम में 10 ग्राम च्यवनप्राश पानी या दूध के साथ दिन में एक बार लिया जा सकता है। आयुष चिकित्सा परामर्श के लिये समीप के आयुष चिकित्सालय अथवा आयुष औषधालय से सम्पर्क करें। |
पांचवां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 13 नवम्बर को