मनरेगा बदल रही है ग्राम पंचायत पावरझण्डा के 180 किसानों की तकदीर (खुशियों की दास्तां)
मनरेगा बदल रही है ग्राम पंचायत पावरझण्डा के 180 किसानों की तकदीर (खुशियों की दास्तां)
पिछले पांच सालों में 98.60 हेक्टेयर सिंचित रकबे में वृद्धि, कपिलधारा कूप एवं खेत-तालाब के निर्माण से खुश हैं हितग्राही
बैतूल | 30-जून


 

      जिले की ग्राम पंचायत पावरझण्डा ने मनरेगा योजना का बेहतर उपयोग करते हुए विगत पांच साल में 83280 घन मीटर जल संग्रहण क्षमता विकसित की है। मनरेगा से निर्मित कपिलधारा कूप एवं खेत-तालाब से पिछले पांच सालों में हितग्राहियों के खेतों में 98.60 हेक्टेयर सिंचित रकबा विकसित हुआ है। और अब वे अपने खेतों में बेहतर उत्पादन कर लाभ कमा रहे हैं।
    जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एमएल त्यागी से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनरेगा से करीब डेढ़ करोड़ रूपए की राशि व्यय की जाकर ग्राम पंचायत पावरझण्डा में वर्ष 2014-15 से 2019-20 के दौरान 41 खेत-तालाब, 40 कपिलधारा कूप, एक तालाब एवं दो तालाबों का जीर्णोद्धार, इस प्रकार कुल 84 जल संरचनाओं का निर्माण किया गया। उक्त कार्यों से 76572 मानव दिवस रोजगार भी सृजित किया गया। जिसके फलस्वरूप ग्राम में 98.60 हेक्टेयर सिंचित रकबे की बढ़ोत्तरी के साथ-साथ 180 किसानों को सिंचाईं का लाभ मिल रहा है। यदि हितग्राहियों का पूर्व का सिंचित रकबा भी जोड़ लिया जाए तो वर्तमान में उनके पास 107.90 हेक्टेयर सिंचित रकबा है।
 

हितग्राहियों की सफलता की कहानी


    ग्राम पंचायत अंतर्गत ग्राम सेमरापुरा उर्फ जामुनढाना के हितग्राही श्री ईश्वरदास वल्द अम्मूसिंह कवड़े के खेत में वर्ष 2014-15 में कपिलधारा कूप स्वीकृत किया गया। जिसके निर्मित होने के पश्चात् इन्होंने गेहूं, चना, मक्का, धान इत्यादि फसलों का उत्पादन किया। जिससे इनकी आय में 60 हजार से लेकर एक लाख तक की वार्षिक वृद्धि हुई। ईश्वरदास अपने पास के खेत के कृषकों को आवश्यकता होने पर कुएं से पानी उपलब्ध कराते हैं।
    दूसरे हितग्राही ग्राम पंचायत के जामनगरी गांव के श्री मुनिराज उइके बताते हैं कि कपिलधारा कूप बनने के पश्चात् उनकी आय में वृद्धि हुई एवं आर्थिक स्थिति में सुधार आया। पहले जहां मक्का भी बड़ी मुश्किल से होता था, अब वे तरबूज, शहतूत जैसी नगद-फसल सहित गेहूं एवं धान का उत्पादन ले रहे हैं। उनकी वार्षिक आय में 80 हजार रूपए तक की वृद्धि हुई है।
    पावरझण्डा के ही श्री भंगीलाल वल्द जग्गा ने अपने खेत में अपने खेत में 35-25 का खेत-तालाब बनाया है। इस खेत-तालाब से उनके खेत में निर्मित कुएं का जल स्तर बढ़ा तथा वे मक्का, चना आदि की फसल पूरे लाभ के साथ ले रहे हैं। पावरझण्डा के ही श्री रवल वल्द प्रेम पहले होशंगाबाद जिले में मजदूरी करने जाते थे, अब उनके खेत में कपिलधारा कुआं बनने से उन्होंने मजदूरी करना छोड़ दिया है व स्वयं खेती कर लाभ कमा रहे हैं। इसी ग्राम के श्री मंजू वल्द अज्जू धुर्वे के खेत में कपिलधारा कुआं बनने से वे स्वयं को आर्थिक रूप से बेहतर स्थिति में पा रहे हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच श्री ईश्वरदास कुमरे एवं प्रभारी सचिव श्री सुरेश धुर्वे बताते हैं कि मनरेगा योजना से हितग्राहियों को बेहतर लाभ दिलाने के लिए वे सतत् प्रयासरत हैं।